Thursday, January 27, 2011

तुम कहते हो हम पराये हो गए
हम कहते हैं  हम तुम्हारे हो गए
तुम कोशिश करते हो भुलाने की
हम कोशिश करते हैं तुम्हे पाने की

हर मोड़ पर तुमने साथ छोड़ा
लेकिन हमने नहीं उम्मीद का दामन छोड़ा
कयामत तो एसे ही जिन्दगी में आ गई
अब कयामत तक इंतजार भी करे तो कोई बड़ी बात नही!

3 comments:

  1. अब कयामत तक इंतजार भी करे तो कोई बड़ी बात नही!
    kaavya meiN
    kahaa gayaa har lafz
    aapki kaayva-kushaltaa ko
    ujaagar kartaa hai .
    b a d h a a e e .

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  2. ये क्या जद्दोजहद है...
    ये कैसी अहद है...
    भूलने की कवायद में हम
    शिद्दत से किसी को याद करते हैं...

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  3. कुच्छ पाने के लिए बहुत कुच्छ खोना पड़ता है , मुस्कुराने के लिए भी रोना पड़ता है यु ही नहीं हो जाता सवेरा ..सुबह देखने के लिए रात भर सोना पड़ता है

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